गजानन राखो लाज हमारी,
पिता तुम्हारे महादेव है,
पारवती माँ ताज़ी गजानन रखो लाज हमारी,
सबसे पहले तुम्हे भुलाये आओ गजानन आओ,
वीगन विनाश्यक प्रथम पुजाये तुम भादा वीगन हटाओ,
आज वंदना करते है हम हे जग के उपकारी,
गजानन राखो लाज हमारी,
मंगल दीप जला कर तुमको,
मोदक भोग लगाए,
और आरती करे तुम्हारी कांचल थाल सजाये,
रिद्धि सीदीया संग विराजे सेवा हो तुम्हारी,
गजानन राखो लाज हमारी.......
मौर्य मौर्य बाप्पा मौर्य रे....