जबसे श्याम ने थामा हाथ मेरी बन गई सारी बात,
मेरे जीवन में आई बहार सांवरियां तेरा बड़ा उपकार,
श्याम ने नजर जो ढाली सुहानी हुई ज़िंदगानी,
अब क्यों दर दर भटकु श्याम तेरी मेहरबानी,
तूने दी ऐसी सौगात मेरे सांवरिया सरकार,
मेरे जीवन में आई बहार,सांवरियां तेरा बड़ा उपकार,
श्याम धुन अब जो लागि हुआ मैं श्याम बैरागी,
सँवारे की चाहत में हो छोड़ी दुनिया सारी,
तेरी सुरतिया मतवाली मेरे सांवरिया बिहारी,
मेरे जीवन मे आई बाहर,सांवरियां तेरा बड़ा उपकार,
रहे जो श्याम शरण में करे वो मौज जीवन में,
सँवारे गले लगा ते हार के जो भी आते,
तेरे रही रही का विश्वाश हर दम रहता मेरे साथ,
मेरे जीवन मे आई बाहर,सांवरियां तेरा बड़ा उपकार,