बनो गठड़ी वृन्दावन चलिये,
वृन्दावन चलिये द्वारा उसदा मालिये,
राधा लायी तुसी साड़ी लेलो
श्याम लयी काली कमली,वृन्दावन चलिये
बनो गठड़ी......
राधा लायी तुसी मेहँदी लेलो
श्याम लयी मुरली,वृन्दावन चलिये
बनो गठड़ी.....
राधा लयी तुसी तुलसी लेलो
श्याम लयी माखन मिश्री,वृन्दावन चलिये
बनो गठड़ी.....
राधा लयी तुसी चुनरी लेलो
श्याम लयी नीली पगड़ी,वृन्दावन चलिये
बनो गठड़ी.....