लाल लंगोटो बाला हाथ मे गोटो,
थारी जय हो पवनकुमार मैं वारी जाऊ बजरंग बाला जी,
मां अंजनि का लाडला ,
थें तो राम जी का कहिजो दास,
लंका जाय सिया सुध लाये ,
थें तो राम जी का सरिया काज,
तेल सिन्दूर थांके अंग चढ़े ,
कोई मंगल और शनिवार,
सालासर थांको धाम निरालो ,
कोई धजा फडुके आसमान,
चेनसिंह चरणा को चाकर ,
म्हाने दो भक्ति वरदान,
भजन गायक - चम्पा लाल प्रजापति
89479-15979