मेला फागुन का आया रे,
लिए हाथो में रंग खेले श्याम के संग दिन खुशियों का आया रे,
मेला फागुन का आया रे,
रंग बिरंगे निशान सजाये,
कितनो की श्याम बिगड़ी बनाये,
सब का है हम जोली खेले सब से होली भक्तो से मिलाने आया है,
मेला फागुन का आया रे,
महिमा श्याम तेरी सब ने है मानी,
तुमसे ही चलता है सबका दानी पानी,
पकड़ा है हाथ तेरा छूटे न साथ तेरा,सबके दिलो छाया रे,
मेला फागुन का आया रे........
अपनी अदा से श्याम सबको लुभाये,
रोते हुए को ये पल में हसाये ये है वरदानी बात सच है मानी हारे का सहारा रे,
मेला फागुन का आया रे,