ढोल वाले ढोल बजा कीर्ति ने लाली जाई,
कीर्ति ने लाली जाई बरसाने में बजट बाजार बधाई,
सज धज कर सब सखियां आई गावन लगी बधाई,
रुनक झुनक सब सखियां नाचे मांगे आज बधाई,
ढोल वाले ढोल बजा..
बरसाने के भाग्य है जागे राधा प्यारी आई,
गली-गली में धूम मचाई है आज नाचे लोग लुगाई,
ढोल वाले ढोल बजा..
लाली तीन लोक से न्यारी संतो के मन भाई,
ऐसा प्यारा द्रिश देख के रसीको ने महिमा गाई
ढोल वाले ढोल बजा..
माधौ दास की क्या थी हस्ती सब तुम ने ही बनाई,
सन्तो की क्रपा के बल से तेरी बदाई गाई,
ढोल वाले ढोल बजा.....