कौन सी ने मार दियो री टोना,
मेरो मचलेओ श्याम सलोना
भूल गयी मेने दियो ना या के माथे बीच डिठौना
रोये ओये रुदन करे मेरो वारो
ए जी तोड़ दियो है खिलौना
दूध ना पीवे मलैया न खावे, लेवे ना माखन लौना
नावे धोवे ना, याने सुध बिसराई,
मचल गयो रे मेरो छोना
पहले ही समझाइयो लालन, इन सखियन संग नाचो ना
या सखी की नज़र बुरी है,
पर यह मानो ना
बोली ललिता और विशाखा, मैया बात सुनो ना
राई नॉन वारो लाल पे,
और धर दियो बीच डिठौना
लायी राई नॉन यशोदा, और धर दियो बीच डिठौना
कृष्ण चन्द्र के नैना खुल गए
मुस्काए मन मोहना...