मीरा देखें राह प्रभु की कब आओगे श्याम,
कब दोगे अरे दर्शन कही निकल न जाए प्राण,
मीरा देखें राह प्रभु की कब आओगे श्याम
माँ ने दिल बहलाने को था श्याम को दूल्हा बताया,
ऐसी भई दीवानी की तन मन उस पे लुटाया,
श्याम को ही वर मान के जी थी उसने उम्र तमाम,
मीरा देखें राह प्रभु की कब आओगे श्याम
मीरा के इस प्रेम को ये जग था समज न पाया,
गिरधारी का भोग बता विष मीरा को पिलाया,
विष भि हुआ रे अमृत या ये भक्ति का परनाम,
मीरा देखें राह प्रभु की कब आओगे श्याम
सुध बुध थी खोई राज पाठ सब छोड़ा,
बन के जोगन श्याम की बस श्याम से नाता जोड़ा,
श्याम नाम की दीवानी बस बजती श्याम का नाम,
मीरा देखें राह प्रभु की कब आओगे श्याम