हाथ जोड़ कर मांगता हूं, ऐसा हो जनम,
तेरे नाम से शुरू, तेरे नाम पे खत्म
तेरे चलते बनी मेरी पहचान मावडी,
सारे जग से मिला है सामान मावड़ी,
अब उठे गा तेरी राहो में ही मेरा हर कदम,
तेरे नाम पे ही शुरू तेरे नाम पे खत्म,
हाथ जोड़ कर मांगता हूं, ऐसा हो जनम,
जाने अनजाने ने ऐसा एक काम हो गया,
मेरा जीवन सारा मइया तेरे नाम हो गया,
वरना इतनी भी अछि न थी मेरे ये कर्म,
तेरे नाम पे शुरू तेरे नाम पे ख़तम,
हाथ जोड़ कर मांगता हूं, ऐसा हो जनम,
कैसे भूलू करि जो तूने मेहरबानियां,
एक अनजाने के वास्ते क्या क्या नहीं किया,
श्याम गाये गा गुण जब तलक दम में है दम,
तेरे नाम पे शुरू तेरे नाम पे ख़तम,
हाथ जोड़ कर मांगता हूं, ऐसा हो जनम,