दुर्गा भवानी माँ से देह लगाना
देह लगाना भक्तो मन में बसाना
भक्तो से माँ का कही दूर ना जाना ....
भक्तो से माँ का कही दूर ना जाना ॥
असुरो ने फैलाया जग में अँधेरा
अम्बे ने शक्ति से लाया सवेरा
माता की शक्ति को समझ ना पाया ...
भक्तो से माँ का कही दूर ना जाना ॥
भेरो ने तेरे कुट पर धाख जमाया
देवी की शक्ति को समझ ना पाया ....
त्रिशूल के वार से मिटाया ठिकाना
भक्तो से माँ का कही दूर ना जाना ॥
शक्ति से माँ को त्रिदेवो ने सवारा
देत्यो ने अम्बे को जाना बेसहारा
माता के क्रोध का बना वो निशाना ......
भक्तो से माँ का कही दूर ना जाना ॥