मेरे हज़ूर मुझे बेहिसाब प्यार करो,
गरीब दिल का कन्हियाँ ज़रा दिल का ख्याल करो,
मेरे हज़ूर मुझे बेहिसाब प्यार करो,
तुम्हारे प्यार का प्यासा ये दिल हमारा है,
मेरी टूटी हुई नइया का तू किनारा है,
मुरीद मैं तेरा मुझपे दया निसार करो,
मेरे हज़ूर मुझे बेहिसाब प्यार करो,
हज़ारो दोश है जिनका कोई हिसाब नहीं,
बिखर ता पना हु मैं तो कोई किताब नहीं,
मुझे समेट कर भगवान मेरा उधार करो,
मेरे हज़ूर मुझे बेहिसाब प्यार करो,
मेरे हदीब क्या तुमने भी रिश्ता तोड़ दिया,
बहक ती आग में नंदू अकेला छोड़ दिया,
तुम अपने प्यार की मुझपे प्रभु फुहार करो,
मेरे हज़ूर मुझे बेहिसाब प्यार करो,