अति कभी ना करना प्यार है इति तेरी हो जाएगी ।
बिन पंखों के पंछी जैसे गति तेरी हो जाए ॥
अतिसुंदर की सीता मैया जिसके कारण हरण हुआ,
अति घमंडी था जो रावण जिसके कारण मरण हुआ ।
अति अभिमान कभी ना करना क्षति तेरी हो जाएगी ॥
बिन पंखों के...
अति वचन बोली पांचाली महाभारत का युद्ध हुआ,
अति दान देकर के राजा बलि भी बंधन युक्त हुआ ।
अति विश्वास कभी ना करना मती तेरी फिर जाएगी ॥
बिन पंखों के...
अति बलशाली सेना लेकर कौरव चकनाचूर हुए,
अति लालच वश जाने कितने सतकर्मो से दूर हुए ।
अति के पीछे हर्ष न दौड़ो अति अंत करवाएगी ॥
बिन पंखों के...
स्वर:गिरधर महाराज
रचना:हर्ष