मुझे मेरे अंसुवन से तुम्हारी पाँव धोने दो,
श्याम इन पावन चरणों से लिपट कर मुझे रोने दो,
मुझे मेरे अंसुवन से...
जो पकड़ा हाथ मेरा ये तुम्हारी रेहमत है बाबा,
दिया है आसरा मुझको तुम्हारी चाहत है बाबा,
करो इतना रेहम मुझपे तेरी चौकठ पे सोने दो,
श्याम इन पावन चरणों से लिपट कर मुझे रोने दो,
मुझे मेरे अंसुवन से...
राहु जो दूर तुजसे तो मेरी धड़कन ही रुक जाए,
तुम्हारी रुब रूह रह के मेरे दिल को करार आये,
तेरी इस प्यारी सूरत पे मुझे कुछ देर खोने दे,
श्याम इन पावन चरणों से लिपट कर मुझे रोने दो,
मुझे मेरे अंसुवन से...
हमारी प्रीत का बंधन कभी टूटे नहीं बाबा,
कहे चोखानी तू हम से कभी रूठे नहीं बाबा,
अगर मैं पागल हो जाऊ मुझे तुम पागल होने दो,
श्याम इन पावन चरणों से लिपट कर मुझे रोने दो,
मुझे मेरे अंसुवन से...