~ जन्मदिवस है आज ~
(तर्ज - कीर्तन की है रात)
जन्मदिवस है आज...
जन्मदिवस है आज, मेरे सांवरिया सरकार का...
अजी बाबा लखदातार का...
जन्मदिवस है आज.......
कार्तिक की ये ग्यारस, लागे बड़ी प्यारी, ओ बाबा के कहां...
करते हैं मिल जुल कर, कीर्तन की सब त्यारी, ओ बाबा के कहां...
भक्त तेरा प्यासा,
भक्त तेरा प्यासा बाबा, बस तेरे दीदार का...
अजी बाबा लखदातार का...
जन्मदिवस है आज.......
चंपा चमेली का, गजरा बनाया है, खुद अपने बाग से...
बागा तेरा बाबा, हमने सजाया है, खुद अपने हाथ से...
आज मिला मौका,
आजा मिला मौका बाबा, तेरे इस श्रृंगार का...
अजी बाबा लखदातार का...
जन्मदिवस है आज.......
टूटी फूटी बोली, इस दास की प्यारे, कैसे गुणगान करूं...
जो है मेरे दिल में, सब जानते हो तुम, कैसे बखान करूं...
मुझे भरोसा है,
मुझे भरोसा है अपनी, अलबेली सरकार का...
अजी बाबा लखदातार का...
जन्मदिवस है आज.......
- रचनाकार
अमित अग्रवाल 'मीत'
मोबा. 9340790112