मिल गया जब से श्याम का दीदार,
हर कदम पे दिख रहा है मुझको खाटू धाम,
अब तो न रहते है गम पुरे हुए अरमान,
बाबा की मेहर हुई तो मेरी बनी पहचान,
तुझको पुकार ते है हम तो आठो याम,
मिल गया जब से श्याम का दीदार,
ऐसा मिला है मालिक करता है तेरी फ़िक्र,
कहता है सुन ओ पगले मेरे रहते क्या दर,
मुझको मिल गये है जब से बाबा श्याम,
मिल गया जब से श्याम का दीदार,
दुनिया सुहानी लगती है जब से मिले है सरकार,
देख ले चोखानी खुशियों से झूमता है मेरा परिवार,
मुझको भा गया है जब से तेरा नाम,
मिल गया जब से श्याम का दीदार,