बाला जी तेरे फोटो ने मेरी इसी चढ़ा दी घोट,
राम सिया राम रट्टु,
जब मन ढोलन से हो से तेरा फोटो ध्यान जमावे,
मेरी नजर तेरी चरणों में सुबह राम राम रट जावे,
बाबा तेरी ज्योति ने मैं नहीं हों की गौर,
राम सिया राम रट्टु......
हनुमत हनुमत जपते मैं तुसली हो जाऊ सु,
तेरा रूप मेरे ख्याबो में खुले दर्शन चाहु सु,
बाला जी तेरी माला ने मेरा ऐसा बंधा दिया तोर,
राम सिया राम रट्टु,/..........
बाहुबली बजरंगी तू नस नस में रम जावे,
चाहे कुछ भी काहे ज़माना सो दास की कमलया रे,
बाला जी तेरी भक्ति ने इसे करवा रखी गौर,
राम सिया राम रट्टु........
गुरु जगन नाथ गुरु प्राणी पे भेद खोल प्राणी का,
अशोक भगत के खटका इन भूटिया की वाणी का,
बाला जी तेरे दर्शन से मैं कुछ न मांगू और,
राम सिया राम रट्टु,