जान कढ़ लई आ बेईमान जान वाली गल कर के,
खबरे क्यों दर लगदा ना रह जावा दिल फड़ के,
जान कढ़ लई आ बेईमान
तेरे भाजो इक पल भी गुजारना मुहाल ए,
सुनिया करदा विशोडा बुरा हाल एह,
मैं कलिया नि रह सकना,
एह सोच सोच दिल धड़के,
जान कढ़ लई आ बेईमान...
अच्छा फिर जा सजना छेटी मूड आवि वे,
याद रखी साहनु साड़ी याद न भुलाई वे,
तू जिहनि देर वख रहना झुना असा मर मर के,
जान कढ़ लई आ बेईमान