अब न चराऊ तेरी गईया यशोदा मैया,
घास सुख गई तेरे मधुवन की,
पत्झग हुई छाइआ कदमन की,
सूखे है ताल तलाइयाँ यशोदा मैया,
अब न चराऊ तेरी गईया यशोदा मैया,
ब्रिज की गोपी मोहे सतावे,
घर ले जाइके नाच नचावे,
नाचू मैं ता ता थैया यशोदा मैया,
अब न चराऊ तेरी गईया यशोदा मैया,
तू भी आके लाड लड़ावे,
कँउवा कह के मोहे बुलावे,
यु बलदाऊ भाइयाँ यशोदा मैया,
अब न चराऊ तेरी गईया यशोदा मैया,
भरमा अधिक जाको पार ना पावे ,
राम किषन मैया को रिजावे,
नटखट कृष्ण कहनियाँ यशोदा मियां,
अब न चराऊ तेरी गईया यशोदा मैया,