जाने कितने दिनों के बाद मुझे तो मेरा संवारा मिला,
मैं तो करता रहु फर्याद इसी का मुझे आसरा मिला,
जाने कितने दिनों के बाद मुझे तो मेरा संवारा मिला,
टुटा टुटा था मेरे बाबा जीवन का हर सपना,
तूने सहारा दिया आस मैंने जब भी तुमसे लगाई,
मैं तो कहता फिरू यही बात मुझे तो मेरा संवारा मिला....
मैंने जब भी तुझको पुकारा देने आया मुझको सहारा,
भूलू कैसे तेरा उपकार मुझे तो मेरा संवारा मिला