जय साई राम जय हो जय साई राम,
रोम रोम में साई तेरो नाम,
तेरी भक्ति के सिवा सूजे न अब दूजा काम,
जय साई राम जय हो जय साई राम,
कह गया तू फिर आउगा लेके जन्म मैं जब से,
भक्तो का है खड़ा कारवा तेरी राह में तब से,
आँखे मेरी भी ढूंड रही है तुझको सुबह शाम,
रोम रोम में साई तेरो नाम,
दुःख में डूबी है दुनिया भाई भाई का वेरी,
नरक से भतर हाल यहाँ है पाप का पगडा भारी,
साईं एसे में आ जाओ मिटा दो पाप का नाम,
जय साईं राम जय हो जय साईं राम,