साई धाम सुख कारी दीवानी बन गई दुनिया,
आओ सब नर नारी बाबा जी भर देंगे झोलियाँ,
किसी को बांटे सोना चांदी किसी की साई ने शान बड़ा दी,
साई से जिसने लगाई अर्जी साई ने ईशा पूरी करदी,
भव से दुनिया तारी ख़ुशी की आई घड़ियाँ,
कोई कहे साई रोग मिटा दो साई मेरी तकदीर बना दो,
भगति का मेरी कोई सिला दो बाबा अपनी महिमा दिखा दो,
बोले पंडित पुजारी बाबा जी भर देंगे झोलियाँ,
साई मेरे घर मैं भी पधारु मेरा जीवन आप स्वारो,
मेरी नैया डूभ न जाए भव सागर से मुझे तारो,
आया शरण तुम्हारी साई जी करो मेहरबानियां,
जर जमीन आपस में भट गई अभिमान से हस्ती मिट गई,
छाओ ख़ुशी की सिर से हट गई बाबा मेरी दुनिया लूट गई,
मैं हु तेरा पुजारी चड़ाउ तुझे चदरियाँ,