मंदिरा च बैठे तेरे ऊचे सीताम जी,
लगन लगी है शेरावाली तेरे नाम दी,
कोई गुण गावे कोई तड़ियाँ भजोंडा है,
जिथे रूप दिसे तेरा शीश न झुकानदा है,
मिलदी जो भागा नाल जागे वाली शाम जी,
लगन लगी है शेरावाली तेरे नाम दी
नाच तप को माये दर तेरे आउंदा है,
कर के डण्डोता कोई तनु माँ मौंदा है,
ध्यानु वांगु मिले तेरे ओस आराम दी,
लगन लगी है शेरावाली तेरे नाम दी
भवना ते खड़ा लाल शमी माँ पुकार दा,
दर्श दिखा दे तनु वास्ता है प्यार दा,
अर्ज तू सुनी माये भगत ग्वार दी,
लगन लगी है शेरावाली तेरे नाम दी