करो तुम मुझपे दया साई नाथ,
ओ साई जी ओ बाबा जी,
रख दो तुम मुझपे रेहमत का हाथ,
करो तुम मुझपे दया साई नाथ,
दर पे तेरे आया हु मैं,
किस से कहु दिल की बात,
माता पिता तुम हो मेरे,
तुम ही तो साई नाथ,
आँखों से मेरी बेहति है अश्को की बरसात,
करो तुम मुझपे दया साई नाथ,
तेरी नजर सब पे हुई सब की रखे तू ही लाज,
कब से तेरे दर पे पड़ा बिगड़े बना मेरे काज,
आँखों से मेरी बेहति है अश्को की बरसात,
करो तुम मुझपे दया साई नाथ,
बालक हु मैं कमसीन हु मैं पकड़ो मेरा साई हाथ,
दुनिया की क्या मुझको खबर क्या जानू मैं जात पात,
आंखो से मेरी बेहति है अश्को की बरसात,
करो तुम मुझपे दया साई नाथ,
मेरा कोई जग में नहीं देदो मुझे आसरा,
तूने मुझे अपना लिया जाऊ गा फिर मैं कहा,
आँखों से मेरी बेहति है अश्को की बरसात,
करो तुम मुझपे दया साई नाथ,