ऐसा गुनाह करादे मुकदमा आये तेरे पास हो,
दादी तेरे मंदिर में आ जीवन कारा वास हो,
ऐसा गुनाह करादे मुकदमा आये तेरे पास
छोड़ तेरे मंदिर की सीमा बाहर निकल सकू न,
कमरा ऐसा फिक्स करा दे कमरा बदल स्कू न,
इतना कमरा माँ बिलकुल मंदिर के पास हो,
दादी तेरे मंदिर में आ जीवन कारा वास हो,
मेरे गुन्हा में मेरी माँ परिवार मेरा शामिल हो,
दया नहीं करना उनको भी यही सजा हासिल हो,
भाग न आ जाए सब के ऊपर निगरानी ख़ास हो,
दादी तेरे मंदिर में आ जीवन कारा वास हो,
रोज पड़े तेरे मंदिर में तेरे सामने पेशी,
मुझको देख दया आ जाये हालत हो जाये ऐसी,
इक दिन कैदी से बन जाऊ मैं मैया का दास हो,
दादी तेरे मंदिर में आ जीवन कारा वास हो,
काम काज और चाल चलन से जिस दिन मिले रिहाई,
वनवारी दरबार से जब तू देने लगे विदाई,
मंदिर से निकले ने से पहले निकले तेरी सांस हो,
दादी तेरे मंदिर में आ जीवन कारा वास हो,