मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम संग
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
वा रे लंगरवा, होरी के घरवा
सास ससुर ने नाही डरूंगी,
सईया के बोल सब सह लुंगी, होरी खेलूंगी
ना चाहिए अब महल अटरयिा
छोटी सी झोपड़िया में रह लूंगी, होरी खेलूंगी
ना चाहिए हमे मख्खन राबड़ी
खट्टी छाछ ही पी लुंगी, होरी खेलूंगी
चन्द्र सखी को रमन गोपी संग
दिल की बतिया कह लुंगी, होरी खेलुँगी