इक वार ओड़ा कर तो देख चुनड़ी,
बदले गी किस्मत की लेख चुनड़ी,
हलकी बारी की तू चिंता मिटा दे ,
जैसी समाई हो वैसे उड़ा दे,
मैया को करदे तू भेट चुनड़ी,
बदले गी किस्मत की लेख चुनड़ी,
देखा है उनको भी चुनड़ी ओढ़ाते,
इक वार खा कर जो जीवन बीताते,
उनको बना गई है सेठ चुनड़ी,
बदले गी किस्मत की लेख चुनड़ी,
सोने चांदी के भले हो आभूषण,
हीरे जड़ित हार हो चाहे कंगन,
भारी सभी पर ये इक चुनड़ी,
बदले गी किस्मत की लेख चुनड़ी,
चुनड़ी ओढ़ाने वालो की भवानी,
अपने सिर ले लेगी सारी परेशानी,
सोनू ये देती सन्देश चुनड़ी,
बदले गी किस्मत की लेख चुनड़ी,