म्हारे कालजे पे राख के तु कान सुन ले
दिल से निकले शाकम्भरी माँ को नाम सुन ले
सूरत थारी मन मे बसावाँ
शाकम्भरी माता मै तो थारा गुण गावाँ
थारे नाम पे ही जिन्दगी कुर्बान सुन ले, है कुर्बान सुन ले
दिल से निकले शाकम्भरी माँ को नाम सुन ले
माँ शाकम्भरी नाम थारो , जान से भी प्यारो
भगतां को बस एक ही सहारो
म्हरी आत्मा करे है गुनगाण सुन ले, गुनगाण सुन ले
दिल से निकले शाकम्भरी माँ को नाम सुन ले
दुनिया से जाता जाता माता ने रिझावां
गोद मे थारे सर रख के सोजावां
म्हारे जिन्दगी को एक ही अरमान सुन ले ,अरमान सुन ले
दिल से निकले शाकम्भरी माँ को नाम सुन ले
म्हारे कालजे पे राख के तु कान सुन ले
दिल से निकले शाकम्भरी माँ को नाम सुन ले1