विगणहरण मंगल करता मेरे पूरन करदे काज,
हे ग़ज़ानन देवा हे ग़ज़ानन देवा,
गोरी सूत घनराज तुम्हरा हम अभिनन्दन करते है,
आओ आसान ग्रहण करो प्रभु नाम तुम्हारा भजते है,
तीनो लोको के तुम दाता देवो में सरताज,
हे ग़ज़ानन देवा........
करुणाकर करूणाके सागर बीच सबा में लाज रखो,
अज्ञानी बालक तेरे भूल शमा हे नाथ करो,
स्वीकारो मेरी पूजा गणपत देवो में तेरा राज है,
हे ग़ज़ानन देवा............
देवो में महादेव तुम्ही हो माँ गोरा के लाडले,
कर्ज पूरन होते है गणपति तेरे नाम से,
रजनीश अखिल तेरे गुण गाये राजा कहे सुन लो आज
हे ग़ज़ानन देवा.........