( देवा तेरी शान निराली, देवों के सरदार,
सबसे पहले पूजे तुमको, ओ मेरे सरकार। )
जय हो गणराजा जी,
हो मै तो बलिहारी जाऊ तेरे नाम की,
गौरा के तुम लाल प्रभी जी, अजब की शान तुम्हारी,
सबसे पहले तुमको पूजे, पूजे दुनिया सारी,
मोरे गणराजा जी...
हो मै तो बलिहारी जाऊं तेरे नाम की....
बुद्धि विनायक गण पति देवा, तेरी महिमा निराली,
हर भक्तों की विनती सुनते , पल मे दुविधा टाली,
चरणों मे मेरा तन, तुझको है सब अर्पण,
गजानन राजा जी,
हो मै तो बलिहारी जाऊं तेरे नाम की.....
परिक्रमा कर मात पिता की , तीनों लोक गुण गाएं,
चारों धाम हैं चरणों मे इनके , सबको ये समझायें,
धन्य धन्य प्रभु जी तुम, जीते मात पिता का मन,
मोरे गण राजा जी,
हो मै तो बलिहारी जाऊं तेरे नाम की.....
कोटी कोटी तुमको नमन है, मोरे गणपति राजा,
श्रद्धा सुमन है तुमको अर्पण , मोरे गणपति राजा,
गाएं हम सब तेरे गुण, तुमको पुजूँ हर दम,
मोरे गण राजा जी,
हो मै तो बलिहारी जाऊं तेरे नाम की.....