भोले तेरे दरबार में आये जो इक बार,
कष्ट मिटे सब उसका मिल जाये तेरा प्यार,
भोले तेरे दरबार में आये जो इक बार,
तुम ही हो पालन करता तुम से सारा संसार,
कोई जाये न दर से खाली तेरी महिमा अप्रम पार,
मेरी भी विनती सुन ले दिल से करू पुकार,
भोले तेरे दरबार में आये जो इक बार,
तुम देवो के देव हो तेरी है लीला अगम अप्रम पार,
तू फेर दे मुजमे नजरे करू विनती बाराम बार,
पालन करता भोले तुम श्रिस्ति के आधार,
भोले तेरे दरबार में आये जो इक बार,