तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो,
महारी ये जीवन गाडी पार कौन करेगो.
तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो
पग पग में ठोकर दुनिया की खाई,
अति हो चुकी है अब तो कर ले सुनाई,
लाज जो गई तो मेरी यो जग के कह गो,
तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो
इतनी परीक्षा न लिया कर भगत की,
होगा बदनाम तू ही नीति है जगत है,
दुखड़ा ये सेवक बाबा कब तक सहे गो,
तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो
विश्वाश मेरा टूटे न कन्हियाँ,
पार लगा दो अब तो हे पार लगाइयाँ,
हुई न सुनाई अगर तो श्रवण रो रो मरेगो ,
तू न सुनेगो तो कौन सुनेगो