दीवाने हैं दादी के,हम तो मतवाले हैं
हम दादी वाले हैं,सुनो जी हम दादी वाले हैं
दादी जी की फ़ौज भगतों रहती हरदम मौज में
रखा है झुझनवाली ने हमको अपनी गोद में
लाख मुसीबत आये,हम ना डरने वाले हैं
क्यूंकि दादी वाले हैं...सुनो जी हम दादी वाले हैं...
तूफ़ान आये संकट के
चाहे हो गम के आंधी
सर पे चुनड़ी डाल के मेरे पास खड़ी है दादी
दादी के आँचल के हम तो फूल निराले हैं
क्यूंकि दादी वाले हैं...सुनो जी हम दादी वाले हैं...
सौरभ मधुकर की मानो यूं भटको ना दीवानो
ये जग की जननी है,महिमा दादी की पहचानो
खुल जाते पल भर में यहाँ तकदीर के ताले हैं
तभी तो हम दादी वाले हैं...हम दादी वाले हैं...
दीवाने हैं दादी के,हम तो मतवाले हैं
हम दादी वाले हैं,सुनो जी हम दादी वाले हैं
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गीतकार - सौरभ मधुकर