दुनिया की बातो पर न ध्यान दिया कीजे
दादी को सुमिर करके हर काम किया कीजे
दादी के सुमिरन से बल मिलता है मन को
दादी सुलझाती अपनी हर उलझन को
जीवन की हर मुश्किल आसान किया कीजे
दादी को सुमीर करके हर काम किया कीजे
छोटा सा है जीवन और काम बहुत बाकि
दादी दादी भज लो है नाम यही काफी
चाहे जिस हाल में हो
ये नाम लिया कीजे
दादी को सुमिर करके हर काम किया कीजे
दादी को भजने से दादी संग रहती है
सोनू ही नहीं कहता ये दुनिया कहती है
अगर बात जो हित की हो
तो मान लिया कीजे
दुनिया की बातो पर न ध्यान दिया कीजे
दादी को सुमिर करके हर काम किया कीजे
भजन गायक :- सौरभ-मधुकर