गोरा दी सखियाँ ने आके सुनाया,
लाडे तेरे ने आके हाल की बनाया,
भुत ते प्रेत लेके आया है बाराती,
गोरा केहन्दी नचो नचो आज शिवराति,
सारेया ने नच नच भंगड़े भी पाये ने,
भंगा दियां बोरियां भी नाल लेके आये ने,
लग दा बारात जीवे सजे कायनाती,
गोरा केहन्दी नचो नचो आज शिवराति,
केहन्दियाँ बरतियाँ तेरे सब कुछ खा गये,
भूत ते प्रेत भी बाराती बन आये गये,
देवते भी ओहना दे ही बने होये साथी,
गोरा केहन्दी नचो नचो आज शिवराति,
पंकज नागियां ने किता गुणगान वे,
लिखदी शिवानी कर भोला जी दा ध्यान वे,
शिव जी है दीवा गोरा ओहना दी है बाती,
गोरा केहन्दी नचो नचो आज शिवराति,