आयो फागण रंग रंगीलो,नाचे मन को मोर,
घर में मनड़ो ना ही लागे सांवरियां खींचे डोर,
छोड़ो छोड़ो सारा काम,
श्याम धनि थारी बात निहारे चालो खाटू धाम
यु यु फागण नेड़ै आवे प्रीति भये व्यान,
पग में घुंगरिया बंध जावे जा सा श्याम के द्वार,
छोड़ो छोड़ो सारा काम,
श्याम धनि थारी बात निहारे चालो खाटू धाम
धूम मचा सा भजन सुना सा रजी हो श्री श्याम,
ढोलक डपली चंग बजा कर सा खूब धमाल,
छोड़ो छोड़ो सारा काम,
श्याम धनि थारी बात निहारे चालो खाटू धाम
रींगस से खाटू जावनियाँ कर भागी कहलाये,
देख देख आता भगता ने सांवरियो मुस्काये,
छोड़ो छोड़ो सारा काम,
श्याम धनि थारी बात निहारे चालो खाटू धाम
श्याम धनि की महिमा भारी जग में गूंजे नाम,
किस्मत चमकावे टीटू बन जा सी बिगड़ा काम.
छोड़ो छोड़ो सारा काम,
श्याम धनि थारी बात निहारे चालो खाटू धाम