ओ मेरे साँवरे हम हुये वनवारे ऐसी मुरली बजाई मजा आ गया,
हम दीवाने हुये आके तेरी शरण प्रीत तुम से लगाई मजा आ गया,
ओ मेरे साँवरे....
राधा हो मगन गोपी ग्वालो के संग,
आज राधा के गुंगरू शनक ने लगे,
श्याम नाम की चुनरी ओड के,
ऐसी लागी लगन की मजा आ गया,
ओ मेरे साँवरे....
फूल खिलने लगे चांदनी रात में,
रास रचने लगा श्याम के साथ में,
ठंडी ठंडी पवन झूमे धरती गगन हर गली मुस्कुराई मजा आ गया,
ओ मेरे साँवरे..........
ऐसा जादू किया दिल मेरा ले लिया,
हर घडी मेरे दिल में तू रहने लगा,
धड़कने रुक गई सांस थम सी गई,
तान ऐसी लगाई मजा आ गया,
ओ मेरे साँवरे