साँवरिया थारा नाम हज़ार रे,
मैं कइयाँ लिखू कुम कुम पत्री,
कोई कवे तने देवकी रो,
कोई कवे तने यशोदा रो,
कोई कवे तने एहलवती रो लाल रे,
मैं कइयाँ लिखू कुम कुम पत्री,
कोई कवे तने मथुरा वालो,
कोई कवे तने वृन्दावन वालो,
कोई कवे तने द्वारिका रो नाथ रे,
मैं कइयाँ लिखू कुम कुम पत्री,
कोई कवे तने बहामा पति कोई कवे तने रुक्मण पति,
कोई कवे तने राधा जी रो श्याम रे,
मैं कइयाँ लिखू कुम कुम पत्री,
कोई कवे तने मुरली वालो,
कोई कवे तने खाटू वालो,
कोई कवे तने बंसी वालो श्याम रे,
मैं कइयाँ लिखू कुम कुम पत्री,