आया माँ का संदेशा आज चलो माँ के भवन को भक्तों,
चलो माँ के भवन को भक्तों,
मैया ने भेजी काती माँ भवन पे हमे भुलाती,
के मेरी किस्मत जग गई आज,
चलो माँ के भवन को भक्तों,
पूजा की थाल सजा के मैं तो चुनरी लाल बना के,
कर लू मैया का शृंगार,
चलो माँ के भवन को भक्तों,
एह पवन जरा रुक जाना सन्देश ये माँ को देना,
झोली सब की भरना आज,
चलो माँ के भवन को भक्तों,