Menu
×
प्रथम पन्ना
home
कृष्ण भजन
krishna bhajans
शिव भजन
shiv bhajans
हनुमान भजन
hanuman bhajans
साईं भजन
sai bhajans
जैन भजन
jain bhajans
दुर्गा भजन
durga bhajans
गणेश भजन
ganesh bhajans
राम भजन
raam bhajans
गुरुदेव भजन
gurudev bhajans
विविध भजन
miscellaneous bhajans
विष्णु भजन
vishnu bhajans
बाबा बालक नाथ भजन
baba balak nath bhajans
देश भक्ति भजन
patriotic bhajans
खाटू श्याम भजन
khatu shaym bhajans
रानी सती दादी भजन
rani sati dadi bhajans
बावा लाल दयाल भजन
bawa lal dayal bhajans
शनि देव भजन
shani dev bhajans
आज का भजन
bhajan of the day
भजन जोड़ें
add bhajans
Get it on Google Play Join Bhajan Ganga Whatsapp channel



Currently you are visiting mobile version. Click http://www.bhajanganga.com/ for full version
पतित पावनी मैय्या शाकुम्भरी की ये अमर कहानी है

ऊंचे शिवालक के पर्वत पर बैठी माता भवानी है
पतित पावन मैय्या शाकुम्भरी की ये अमर कहानी है

दुर्गम दानव ने ब्रह्मा से चारों वेद जो पा लिए
हाहाकार मची दुनिया में कष्टों के बादल छा गए
ब्रह्मा के वर से हो बलशाली इंद्र को उसने जीता था
जिसके कारण सौ वर्षों तक पानी कहीं ना बरसा था
सूख गए सब कूप और नदियां धरती पर छाई विरानी है
पतित पावनी मैय्या शाकुम्भरी की ये अमर कहानी है


प्रजा को देखा दुखी जब जग में देवता सब घबरा गए
कष्ट निवारणी महादेवी की शरण में सारे आ गए
देवों की विनती मान देवी ने दुर्गम दैत्य को मार दिया
अपने हजारों नैनों में उसने जल था निराला भर लिया
कृपा सुधा की धारा जग में बरसाती महारानी है
पतित पावनी मैय्या शाकुम्भरी की ये अमर कहानी है

देवी के नैनन के उस अमृत ने  प्यास बुझा दी धरती की
अनगिन शाक खेतों मे भर के काया सजा दी धरती की
नैनो के कुंभ से जल का बरसना सबकी भूख को धो गया
उसी घड़ी से जगदंबा का नाम शाकुम्भरी हो गया
मैया की निर्दोष दया से सुखी हुआ हर प्राणी हैं
पतित पावनी मैय्या शाकुम्भरी की ये अमर कहानी है

download bhajan lyrics (777 downloads)



Similar Bhajans