नीम की छैयां बेठी है मैया जोधपुर के धाम ,
नाम तुम्हारा है संतोषी सब के बनाये काम
प्रगत बई माँ पर्वत निचे भगतन दर्श दिखाने,
देख तुम्हारे मुख को भवानी दुनिया हुई दीवानी,
भगत उधारा किरपा कीनी करियो जा कर धाम,
नीम की छैयां बेठी है मैया जोधपुर के धाम ,
नाम तुम्हारा है संतोषी सब के बनाये काम
शुकर वार शुभ दिन माता का मंवांचित फल देता,
शीश जुकाए माँ की शरण जो सब कुछ वो पा लेता,
सब सुखियाँ की माँ है खोली देती खुशियाँ तमाम,
नीम की छैयां बेठी है मैया जोधपुर के धाम ,
नाम तुम्हारा है संतोषी सब के बनाये काम
गुड और चने माँ मन तुम्हारे भाये भगतन का जो सवारे,
तुम्हरी किरपा यही हो जाए यो जीवन तर जाए,
शंकर करता तुम्हरा सिमरन जपता तुम्हरा नाम,
नीम की छैयां बेठी है मैया जोधपुर के धाम ,
नाम तुम्हारा है संतोषी सब के बनाये काम