धन घडी धन भगाये हमारा,
दादी जी माहरे घर पधारेया,
करो स्वागत दादी को करो स्वागत मियां को,
चंदन चौंकी लाया जी गंगा जल मंगवाया जी,
बैठो माहरी दादी जी भगता ने भुलवाया जी,
धीरे धीरे चरण पखारो मैया जी की आरती उतारो,
करो स्वागत दादी को,
सब को मनड़ो मोह लियो रूप सजिलो दादी को,
भगता ने प्यारो लागे नाम झुँझन वाली को,
लुन राई वारो जी वारो मइयाँ जी की नजर उतारो,
करो स्वागत दादी को,
आज बड़ो ही शुभ दिन है दादी जी घर आया जी,
भजन करो सच्चे दिल से यो संदेशो लाया जी,
वनवारी को यो केहनो है दादी शरण में रेहनो है,
करो स्वागत दादी को,