सजा दो ये दर यहाँ माँ चली आयेगी,
शेर पे सवार होक दर्श दिखाये गी,
सजा दो ये दर ..
माँ का शृंगार चूड़ी बिंदियां से कर दो ,
मियां के आसान को फूलो से भर दो,
सोगात खुशियों की बरसाने आयेगी,
सजा दो ये दर ..
गंगा जल लाके ना के चरण पखारो,
चली आयेगी मईया दिल से पुकारो,
जीवन के गुलशन को महकाने आयेगी,
सजा दो ये दर ..
माँ के मुरीदो माँ का दीदार करलो,
लेलो दुआएं माँ से और प्यार करलो,
बिगड़ी हुयी किस्मत माँ ही बनाएगी,
सजा दो ये दर ..