जय अम्बे माँ अम्बे जय अम्बे,
आये माँ दरबार तुम्हारे दीन दुखी तेरे बच्चे सारे,
जय अम्बे माँ अम्बे जय अम्बे,
है तेरी ममता के ये सहारे,
दीन दुखी तेरे बच्चे सारे,
जब गम की बदली है छाई,
माँ तू दौड़ी दौड़ी है आई,
सुन कर बच्चो की माँ पुकार तूने देर माँ न लगाई,
तेरे आंचल के साये में बचो ने खुशियां पाई,
भाग जगा दे मात हमारे आये है माँ द्वार तुम्हारे,
दीन दुखी तेरे बच्चे सारे,
तेरा आसारा है प्यारी माँ तेरी ही उम्मीद हमे है माँ,
मिलते ही मियां तेरी किरपा कट जायेगी विपदा सारी माँ,
तूने अगर ना तेर सुनी तो तेरे ही दर पर मर जायेगे माँ,
खोल दया के तू भंडारे आये है माँ द्वार तुम्हारे,
ना कोई भी दुःख न कोई डर है ममता माँ सब तेरी खबर,
काल भी नहीं कुछ कर सकता है माँ,
तेरी किरपा हो दर्श अगर,
डाल नजरियां अपनी मियां भाग हमारे जायेगे स्वर,
जाप करे हम सांझ सकारे,
आये है माँ द्वारे तुम्हारे,