तेरी शरण आया दीन दुखी ,
करो मुझ पे कृपा मांँ बंगलामुखी,
पीला है ए भोग ते पीला है वाणा ,
पीले मंदिर च करदी ठिकाना,
तेरी पीली माला जिसने जपी,
माँ बगलामुखी.........
बनखंडी पर्वत डेरा माँ तेरा,
जिथे कुदरत करदी वसेरा ,
जो आ जावे दर हो जावे सुखी,
माँ बगलामुखी ---
नाम तेरे दा लेके सहारा,
भेंटा ए लिख दा तेरा सितारा,
संजीव दे मन विच वी ज्योत जगी,