खोलो हिर्दय के ताले, मईया जी मेरा भाग्य लिखदो......
पहला भाग्य मेरे माथे पे लिखदो,
माथे पे लिखदो मेरे माथे पे लिखदो,
शीश झुकाउ बारम्बार, मईया जी मेरा भाग्य लिखदो,
खोलो हिर्दय के ताले, मईया जी मेरा भाग्य लिखदो......
दूजा भाग्य मेरे हिर्दय में लिखदो,
हिर्दय में लिखदो मेरे हिर्दय में लिखदो,
सिमरन करू मैं बारम्बार, मईया जी मेरा भाग्य लिखदो,
खोलो हिर्दय के ताले, मईया जी मेरा भाग्य लिखदो......