मुझे तुमने मालिक बहुत कुछ दिया है,
तेरा शुक्रिया है, तेरा शुक्रिया,
ये जयदात दी है औलाद दी है,
मुसीबत में था तूने इमदाद दी है,
तेरा ही दियां मैंने खाया पीया है ,
तेरा शुक्रिया है
मेरा भूल जाना तेरा न भुलाना,
तेरी रेहमतो का कहा है ठिकाना ,
तेरी इस महोबत ने पागल किया है,
तेरा शुक्रिया है........
ना मिलती अगर दी हुई दात तेरी,
ज़माने में क्या थी औकात मेरी,
ये बंदा तो तेरे सहारे जिया है,
तेरा शुक्रिया है