प्रेम करले सांवरे से ज़िन्दगी बन जाएगी
क्यों फ़िक्र करता है तेरी भावना रंग लाएगी
भावना से श्याम रीझे भावना ही भक्तिं है
भावना जिनकी प्रबल है उनमे प्रभु की शक्ति है
धीरे धीरे आत्मबल की शक्ति बढ़ती जायेगी
प्रेम का रिश्ता प्रभु से ज्युं ज्यूँ बढ़ता जाएगा
उतना ही तू श्याम के नज़दीक आता जायेगा
सामना होगा प्रभु से वो घडी आएगी
दिल के तारों में बंधे बिन श्याम आ सकते नहीं
लाख तुम कोशिश कर लो उनको पा सकते नहीं
सामना होगा प्रभु से वो घडी आएगी
प्रेम करके देख बन्दे सांवरा मिल जाएगा
बिन्नू कहता नाम तेरा श्याम से जुड़ जाएगा
एक दिन तेरे तराने साड़ी दुनिया जाएगी
क्यों फ़िक्र करता है तेरी भावना रंग लाएगी
बोलो श्याम श्याम श्याम ............