जी चाहे बार बार तुम्हें देखता रहूँ
ए हुस्न की सरकार तुम्हें देखता रहूँ
आंखों के रास्ते तुम्हें दिल में उतार लूँ
आंखों के रास्ते तुम्हें दिल में उतार लूँ
हर पल ओ बाँके यार ,तुम्हें देखता रहूँ।
जी चाहे बार बार ------------------------------
युग युग से प्यासी रूह को दीदार हो तेरा
युग युग से प्यासी रूह को दीदार हो तेरा
अब ना हो इंतजार, तुम्हें देखता रहूँ।
जी चाहे बार बार ---------–--------------------
दिल की लगी है दास कोई दिल्लगी नहीं
दिल की लगी है दास कोई दिल्लगी नहीं
तुझ पर दूं जान वार, तुम्हें देखता रहूँ।
जी चाहे बार बार --------------------------------
जी चाहे बार बार तुम्हें देखता रहूँ
ए हुस्न की सरकार तुम्हें देखता रहूँ।।
भजन गायक
(मनीष अनेजा जी)