शम्बू के विवाह का मजा लीजिये,
शिव के दीदार का मजा लीजिये,
सर्पो का हार पहने बस्मी लगी अंग में,
बन के बाराती चले भुत प्रेत संग में,
शिव के शृंगार का मजा लीजिये,
शिव के दीदार का मजा लीजिये,
माथे पे चन्दर सोहे भांग की उमंग है,
मर्ग शाळा तन पे सोहे जटा बीच गंग है,
डमरू के नाथ का मजा लीजिये,
शिव के दीदार का मजा लीजिये,
तिरशूल धारी की बर्षा सवारी है,
देव घन बाराती संग में भीड़ बहुत भारी है,
नन्दी की चाल का मजा लीजिए,
शिव के दीदार का मजा लीजिये,