जय शिव शंकर जय भोले नाथ
अज शिव रात है जी आई शिव रात
ॐ नमह शिवाये ॐ नमह शिवाये
बैल दी सवारी कर भोले नाथ औन गे
माता पारवती जी नु नाल लयोंन गे,
करलो दीदार होजू दुखा दा दीदार,
अज शिव रात है जी आई शिव रात
ॐ नमह शिवाये ॐ नमह शिवाये
देखना है असी रूप मतवाला जटा विच गंगा गल सपा दी माला,
चरना विच पड़े आज बन के जी दास
अज शिव रात है जी आई शिव रात
ॐ नमह शिवाये ॐ नमह शिवाये
भंग दे प्याले दा असी शिव नु भोग लगाउनना,
पंडता वाले प्रीत ने भी दर ते भंगड़ा पोना,
गुणगान करता तेरा जी केलाश
अज शिव रात है जी आई शिव रात
ॐ नमह शिवाये ॐ नमह शिवाये